तब की यात्रा और अब की यात्रा में कितना कुछ बदल गया ।

दोस्तों लोग कई तरह के होते है और कई तरह के उनके अपने विचार जैसे इस प्रकृति में कुछ भी एक जैसा नहीं, सब का अपना हाल समाचार है, है न मजे की बात। तब की यात्रा और अब की यात्रा में कितना कुछ बदल गया दरअशल
ऐसे ही एक समय था जब बहुत कम लोग घूमने जाते थे। हमारे दादी दादा के ज़माने में तो चार धाम यात्रा की बात ही बहुत थी उसे ही इस जीवन की सफल यात्रा माना जाता। आज भी चार धाम यात्रा की आस्था लोगो में इसी तरह की है यात्राएं आज भी भावनाओ और आस्था से भी जुडी है।
कहाँ -कहाँ से लोग आते है इन धामों पर हर जगह, हर तरह की भाषा, भेष-भूषा के लोग मिलते है तो ये बताने की जरुरत नहीं पड़ती कि आप किस देश की धरा पर है।
इसी रोचक और खासियत के चलते हमे इस बात कि खुशी होती है कि हम भारत जैसे देश में रहते है . यहाँ हम तब कि यात्रा और अब की यात्रा के बारे में समझने का प्रयास कर रहे है समय के साथ कैसा बदलाव हुआ है यही इस लेख का मकसद है।

यात्राओं के प्रकार :

यात्राएं कई तरह की होती है धार्मिक यात्रा जिसमे पैदल, संसाधनों जैसे बस, कार, हवाई यात्रा भी शामिल है वही भौतिक यात्राओं की बात करे तो इसके लिए यात्री को दिमागी, शारीरिक तौर पर मजबूत होना जरुरी है क्यूकि कई तरह की बधाऐ शामिल होती है जिससे व्यक्ति को खुद को समझने का मौका मिलता है क्यूकि इसमें चुनौतियों को पार करना होता है।

बदलते समय के हिसाब से आइये तब की यात्रा और अब की यात्रा में कितना फर्क/अंतर।

आर्थिक हालात : तब आर्थिक हालात थोड़े कमजोर थे जिनके मजबूत भी थे तो उनमे से कुछ लोग ही शौक़ीन थे और आज ये एक शौख हो गया है भले ही कम इनकम हो पर घूमना एक कड़ी हो चुकी है लोगो की। अब ये उनका शौख या सोशल मिडिया का बढ़ता प्रभाव भी कहे तो गलत नहीं होगा।

सोच का दायरा : उन दिनों हर घर हर व्यक्ति इतना पढ़ा लिखा नहीं था इसलिए उनकी सोच कमाने और जोड़ने की थी अक्सर आपने सुना होगा पाई पाई जोड़ कर फलाने ने ये किया वो कर लिया।
और अब ज्यादातर लोग पढ़े लिखे है ये मानते है चार पैसे घूमने, ये दुनिया देखने और अपने ज्ञान को और बढ़ाने में खर्च करते है।

संसाधन : उन दिनों आज जैसी व्यवस्थाएं नहीं थी लोगो को काफी पैदल यात्राए करनी पड़ती थी बसे एक तय दूरी तक जाती गाड़ी घोड़े होते पर इतने नहीं और फिर सब के जेब की बात नहीं और आज हर जगह आपके पास संसाधन है हवाई यात्रा हो या बोटिंग हो यहां तक आपको किराये पर गाड़िया भी मिल जाती आपकी यात्रा को और आराम कम समय में पूरी कर देती है।

समय की सीमा का न होना : आज आराम से यात्राएं हो जाती है आप कभी भी कही भी बहुत कम समय में पहुंच जाते है पर तब ऐसा नहीं था साधन कम थे इसलिए लोगो को काफी समय लगता था ये उन दिनों सबसे बड़ी परेशानी थी।

यात्रा जीवन का एक और सार।

यात्राएं जीवन में क्यों जरुरी/यात्राओं का महत्व :

कहते है एक जैसा दिन और पल नहीं जीना चाहिए जीवन में। यात्राएं आपको जीवन के नए रंग दिखाती है नई जगह नए लोग, उनके खाने रहने जीवन जीने के तरीके और उस जगह से आपको मिलवाती है।

यात्राओं से आपका ज्ञान और बढ़ता है किताबी ज्ञान से सभी परिचित होते है पर जमीनी ज्ञान जो आपको कभी नहीं भूलता क्यूकि आप इसे खुद जीते है।

आज लोग काफी व्यस्त है लोगो के पास ज्यादा टाइम नहीं है घरो में माता पिता सभी वर्किंग है ऐसे में परिवार के लिए यात्राएं अच्छा पल होती है ये कल्चर आज के समय में बढ़ा है।

मनो वैज्ञानिक भी यही सलाह अक्सर देते रहते है मन अच्छा नहीं तो कही घूमिए जगह बदलने से मन भी बदलता है। इसलिए यात्राएं आपके लिए आज की जरुरत भी है।

आज यात्राएं इनकम का माध्यम भी है सोशल मिडिया के चलते लोग ब्लॉग लिखते है जिनसे लोगो को काफी मदद मिलती है जैसे उस जगह के बारे में कई सारी बातो को सांझा करते है कहाँ आपको रुकना चाहिए, कैसे आपको साधन मिलेंगे, क्या खास बात है उस जगह की और भी बहुत कुछ, इसलिए आज यात्राऐ जरुरी है।

कैसे जिंदगी से बोरियत को हटाती है ये यात्राएं :

वैसे बोरियत को हटाने में सबसे अच्छा काम ये यात्राएं ही करती है। जब आप घूम फिरके वापस अपने घर आते हो तो एक नई ऊर्जा के साथ आप अपने काम पर फोकस करते हो दिमाग काफी आराम और अच्छा महसूस करता है और ये छोटी छोटी ट्रिप का असर नहीं तो क्या है ये ?

ये यात्राएं ही है जो आपको जोड़कर रखती है हिन्दू धर्म की बात करे तो कोई भी पारिवारिक सदस्य यदि तीर्थ करके लौटा है तो सब मिलने उनसे घर आते है प्रसाद लेते है और देखा जाए तो लोग आपस में मिलते है।

आज के समय में यात्रा केवल यात्रा नहीं।

दोस्तों डिजिटल जमाना है सबके घर लैपटॉप मोबाइल देखने मिल जाएंगे।
इस युग में सोशल मीडिया काफी चलन में है ज्यादातर लोग मोबाइल पर अपना काफी समय देते है ऐसे में अब ये माध्यम केवल शौख ही नहीं कमाई का जरिया भी बने है।
आज लोग अपने सफर याने यात्राओं के बारे में वेडिओस बनाते है पोस्ट करते है, कई लोग ब्लॉग लिखते है इन्हे पब्लिश करते है और इनके माध्यम से उन्हें पैसे मिलते है तो आज कोई भी काम चाहे खाना बनाना हो, गाना बजाना हो, या घूमना-फिरना सब के लिए सोशल प्लेटफार्म है।

इंटरनेट की दुनिया में कितने ही लोग आज अपने लाइफ की यात्राओं के बारे में लोगो को बताते है जिनसे कोई भी किसी नई जगह पर जाने से पहले वाकिफ होता है मैप माय इंडिया, गूगल मैप जैसे ऐप रास्ता बताने में मदद करते है तो तब और अब की यात्रा के सफर में बहुत कुछ बदल चुका है आज भारत तकनीक के क्षेत्र में किसी से कम नहीं।

सारांश :

इस लेख में हमने आपको यात्रा का दायरा कितना बदल गया उन दिनों से अब तक, ये बताया है ये लेख यही बता रहा है कि कितना जरुरी है इस जीवन में यात्रा और आज ये यात्राएं केवल शौख नहीं लोगो के कमाई का माध्यम भी बन गई है। बदलते भारत में भारत डिजिटल हो चुका है चाहे टेक्नोलॉजी हो, अंतरिक्ष विज्ञान हो,भारत हर क्षेत्र में अपना नाम बढ़ा रहा है।

कुलमिलाकर यात्रा करना आज काफी सरल और सुलभ हुआ है संसाधन कि कोई कमी नहीं जो उन दिनों कि सबसे बड़ी कमी थे। ये था एक छोटा सा प्रयास “तब की यात्रा और अब की यात्रा में कितना कुछ बदल गया” ये बताने का। और भी बहुत कुछ लिखा जा सकता है बहुत कुछ छूट गया होगा, रह गया होगा तो अपनी बाते जरूर कॉमेंट करके बताए, फिलहाल मै मेघा अपने शब्दो को अब विराम देती हूँ।

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